Final Lesson Plan Tips in Hindi for B.ed Deled BSTC BTC
दोस्तों आज हम जानेंगे कि एक अच्छी, उत्तम, एवं आदर्श अंतिम पाठ योजना (Ideal Final Lesson Plan) कैसे बनाई जाती है. आज हम बिन्दुवार आपको बताएँगे कि कैसे आप बीएड(B.ed), डीएलएड(Deled), बीएसटीसी(BSTC), बीटीसी(BTC) आदि के लिए एक अच्छी अंतिम पाठ योजना (Good Final Lesson Plan) बना सकते है|
फाइनल लेसन प्लान कब होता है?
अगर आप इस बात को लेकर चिंतित है कि यह फाइनल लेसन प्लान (Final Lesson Plan) कब होता है तो हम आपको बता दे कि यह आपके शिक्षण प्रशिक्षण कोर्स B.ed, Deled, BSTC, BTC के प्रथम वर्ष (1st Year) एवं द्वितीय वर्ष (2nd Year) के अंत में होता है, यह या तो परीक्षा से पहले होता है या फिर परीक्षा के बाद | लेकिन सामान्य तौर पर देखा जाए तो फाइनल लेसन प्लान (Final Lesson Plan) परीक्षा होने के बाद ही लिया जाता है | लेकिन इसकी आपको चिंता करने की कोई आवश्कता नहीं हैं इसकी सुचना आपको पहले ही शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा पहले ही दे दी जाती है |
इन्हें भी देखे:-
- पाठ योजना प्रारूप (Lesson Plan Format in Hindi)
- Class 8 Fort Night Lesson Plan in Hindi
- Difference Between Unit Plan and Lesson Plan in Hindi
फाइनल लेसन प्लान क्या है (What is Final Lesson Plan in Hindi)
फाइनल लेसन प्लान (Final Lesson Plan) /BSTC/BTC/JBT/B Ed/D El Ed की परीक्षा प्रक्रिया का ही एक भाग है, जिसमे आपने वर्ष भर में क्या सिखा, इंटर्नशिप के दौरान बच्चों को आपने कैसे पढाया आदि का मुल्यांकन किया जाता है | जिसमें आपके पढ़ाने के कौशल को भी देखा जाता हैं एवं इन्ही के आधार पर आपको नंबर दिए जाते है ।
फाइनल लेसन प्लान में आपको परीक्षक के सामने कोई सा भी एक टॉपिक बच्चो को पढ़ाना होता है, और परीक्षक आपकी गतिविधियों को देखता रहता है। यह फाइनल लेसन प्लान नजदीकी विद्यालय में भी हो सकता है और आपकी संस्था में भी यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है |
इसमें टॉपिक/प्रकरण आप अपनी मनपसंद का चुन सकते हैं। वहीं टॉपिक आपको आपके संस्थान द्वारा दी गई एक डायरी में भी बनाना होता है, जो कि Final Lesson Plan के समय परीक्षक द्वारा जांची जाती हैं । तथा साथ ही आपको टॉपिक से सम्बन्धित कुछ मॉडल चार्ट बनाने होते हैं जिस से शिक्षण को रुचिकर बनाया जा सके ।
फाइनल लेसन प्लान बनाते समय क्या करे
- फाइनल लेसन प्लान बनाते समय यह बात अवश्य ध्यान में रखे कि आप कोई ऐसा टॉपिक चुने जिसे आप बिना देखे, बिना किसी झिझक के बच्चों को पढ़ा सके |
- पहला टॉपिक चुनने के साथ-साथ आपको बैकअप के लिए कोई दूसरा टॉपिक भी चुनना होगा यह भी आपको अच्छे से आना चाहिए क्योंकि कभी कभी परीक्षक एक लेसन प्लान को रिजेक्ट कर देता है तो ऐसे में अपने पास दूसरा फाइनल लेसन प्लान तैयार रहे |
- अब दोनों टॉपिक चुनने के बाद आप इनको आपकी संस्थान द्वारा दी फाइनल लेसन प्लान की डायरी में बना ले |
- अब फाइनल लेसन प्लान के लिए चुने गए दोनों टॉपिक से सम्बन्धित आपको शिक्षण सहायक सामग्री बनानी होगी | शिक्षण सहायक सामग्री बनाते समय ध्यान रखे कि आप ऐसे रंगों का प्रयोग करे जो धुप-छाव में आसानी से देखे जा सकते हो |
- शिक्षण सहायक सामग्री में आप दो चार्ट, एक लफेटफलक, एक झाडन, एक चाक डिब्बा, एक संकेतक, दोनों फाइनल लेसन प्लान डायरी, पेन आदि आपको ले जाना आवश्यक है |
- शिक्षण संस्थान द्वारा बताई गयी वेशभूषा को आपको तैयार कर लेना है एवं उसी निर्धारित वेशभूषा में आपको फाइनल लेसन प्लान देने जाना है |
- यह सब तैयारिया आपको समय से पहले कर लेनी है, अंतिम समय के भरोसे न रहे |
- निर्धारित समय से पहले पहुच जाए ताकि आप थोडा रिलेक्स हो जाए |
- सबको एक एक करके कक्षा में बुलाया जाएगा |
- जब आप कक्षा में जाए तो आप केवल अपने पढ़ने पर ध्यान रखे और बच्चों को अनुशासन में रखे |
- जब आपका नंबर आये तो, कक्षा में प्रवेश करते ही आप सबसे पहले श्यामपट्ट(Blackboard) की पूर्ति करे जैसे कि:- विद्यालय का नाम, दिनांक, कक्षा, कालांश, विषय और समय सीमा आदि। ध्यान रहे कि अभी आपको प्रकरण नहीं लिखना है।
- श्यामपट्ट की पूर्ति करने के बाद अब आप छात्र-छात्राओ से पूर्वज्ञान से सम्बन्धित कुछ प्रश्न करे एवं अंतिम प्रश्न समस्यात्मक होने के बाद प्रकरण को श्यामपट्ट पर लिखे।
- छात्रो के सही जवाब देने पर आप उन्हें पुनर्बलन भी दे | जैसे:- बहुत अच्छा, शाबास |
- शिक्षण बिंदुओं को श्यामपट पर क्रम से लिखे तथा उनका क्रम से वर्णन करे।
- शिक्षण के दौरान आप शिक्षण सहायक सामग्री का समय-समय पर आवश्कतानुसार उपयोग करते रहे |
- शिक्षण कार्य समाप्त होने के बाद श्यामपट्ट को अच्छी तरह से साफ करें।
फाइनल लेसन प्लान बनाते समय क्या न करे
- समय से पहले घर से निकले |
- बार बार श्यामपट्ट का प्रयोग न करे, केवल आवश्यक हो तभी प्रयोग करें।
- श्यामपट्ट को धीरे धीरे ऊपर से निचे की ओर साफ करें ताकि उसके धूल के कण आप पर ना आए।
- इधर उधर ना देखे आप केवल अपने पढ़ाने पर देवे।
- कक्षा में अनुशासन बनाये रखे |
- शिक्षण सहायक सामग्री का अनावश्यक रूप से प्रयोग ना करें।
- शिक्षण के बिंदुओं के क्रम को ना बदले ।
- आपको फाइनल लेसन प्लान डायरी में बहुत अधिक रंगों का प्रयोग नहीं करना है | (केवल 2-3 रंग)
उम्मीद है आपको फाइनल लेसन प्लान (Final Lesson Plan Tips) से संबधित यह महत्वपूर्ण बाते पसंद आई होगी | अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स लिख सकते है |